'हिंदुस्तानियों' के पीएफ-बोनस ले भागी कंपनी!
: एक हिंदुस्तानी की 'चिट्ठी' से हुआ खुलासा : 'हिंदुस्तान' में काम करने वाले सं...
अमर उजाला, आगरा से दो युवा पत्रकार कार्यमुक्त
: दो सब एडिटर भी हटाए जाएंगे : हिंदुस्तान, मथुरा से एक विकेट और गिरा : हिंदुस्...
बागी हुआ जागरण का पूर्व चीफ रिपोर्टर
: पेड न्यूज और पैसे की हेराफेरी के बारे में दर्जनों जगह भेजी शिकायत : दैनिक ज...
- दलालों की खबर छप रही, मेरी नहीं
- उज्जैन में विनोद प्रभारी, इंदौर से दो का तबादला
- अमर उजाला से पुष्पेंद्र शर्मा का इस्तीफा
- हिन्दुस्तान, इटावा में घमासान, तीन गए
- 'रांची में बहुत पैसा झोंक दिया है योर आनर'
- जागरण का न्यूज रूम इनपुट-आउटपुट में बंटा
- जवाब तलब करने पर इस्तीफा सौंपा
- सूखे को सैलाब बताने वाला उर्दू अखबार
- हिंदुस्तान, मथुरा को दिलीप व बबलू ने कहा गुडबाय
- भास्कर, उज्जैन के संपादक विवेक का इस्तीफा
- कल्पतरू एक्सप्रेस का प्रकाशन लटका
- जागरण, पानीपत के संपादक सलूजा का इस्तीफा
- पीपुल्स ग्वालियर से दो और इस्तीफे
- नीरज सिंह, अमित गर्ग और राजीव रंजन की नई पारी
- अमर उजाला, नोएडा के ब्यूरो चीफ पहुंचे जागरण
- डा. राजेंद्र रत्नेश उपनिदेशक (शोध) पद पर आसीन
- भास्कर, जम्मू की टीम फाइनल
- सुधीर सक्सेना आए हैं, नई खबर लाए हैं
- जागरण के संजय सिंह कोलकाता के आरई बने
- नईदुनिया में असिस्टेंट मैनेजर बने नरेश सिंह शेखावत
- एनई बनकर प्रभात खबर पहुंचे रंजन राजन
- मयंक मिश्रा को 'सहारा टाइम' की जिम्मेदारी
महुआ बांग्ला लांच, बिपाशा ब्रांड अंबेसडर
महुआ के नए एंटरटेनमेंट चैनल 'बांग्ला महुआ' को आज लांच कर दिया गया. इस चैनल ...
'औरंगजेब की औलाद कहेंगे तो चुप न रहूंगा'
: एंडरसन के बारे में राजीव को कुछ न पता था : तत्कालीन गृहमंत्री नरसिंह राव व...
'इंडिया न्यूज प्रबंधन को चापलूसों ने घेर रखा है'
एडिर, भड़ास4मीडिया, मान्यवर आपके न्यूज़ पोर्टल में खबर लगी की 'कमल इंडिया न...
- छह पत्रकारों के विरूद्ध डकैती का मामला दर्ज
- अगस्त्य अरूणाचल और रवीश बिष्ट की नई पारी
- हेडलाइंस टुडे के दफ्तर पर संघियों का धावा
- आईबीएन7 वालों ने खुद की पीठ थपथपाई
- सेलरी न मिलने से सीईओ का इस्तीफा
- टाइम टुडे से 50 से ज्यादा कर्मियों का इस्तीफा
- सेलरी न बढ़ना (टेंशन) + वर्कलोड (भेजाफ्राई) = बवाल (भिड़ंत)
- वीओआई मामले में कोर्ट के ये हैं आदेश
- सहारा समय, एनसीआर से दो का इस्तीफा
- ईटीवी में कीर्ति पंत का तबादला, नेहा कार्यमुक्त
- 40 करोड़ चुकाएं, शेयर दें मित्तल : अमित सिन्हा
- कोर्ट ने अमित सिन्हा के हाथ-पांव बांधे
- पटना से लांच होगा 'आर्यन टीवी'!
- कमल, अंजलि और धर्मेंद्र कार्यमुक्त
- अतुल देखेंगे आउटपुट, अबरार ईटीवी पहुंचे
- 'टाइम टुडे' के भोपाल आफिस में बवाल
- एबीपी के बांग्ला चैनल में मर्डोक न होंगे
- गलत खबर चलाने पर चैनल पर ठोका केस
- स्टार में इनक्रीमेंट, इंडिया टीवी में आक्रोश
- आउटपुट हेड व प्रोग्रामिंग हेड ने चैनल छोड़ा
- टीवी की दुनिया रास न आई : प्रदीप सिंह
- मुझे मेरे डेस्क इंचार्ज से बचाओ!
जीने या होने का मकसद
लगभग एक माह से ऊपर हुए. इस विषय पर कुछेक खबरें पढ़ी थीं. तब से यह विषय या प्रसंग, मन-मस्तिष्क और विचार से उतरा नहीं. प्रसंग है, पड़ोसी देश का. पर इन खबरों के आईने में अपनी धरती, अपना मुल्क, अतीत और वर्तमान उभरे. राष्ट्रकवि मैथि...
संघियों के दिमाग ठिकाने लगाने की जरूरत
: आजतक वाले सक्षम हैं यह काम करने में : संघियों से पूछें कुछ कठिन सवाल : याद रखें, फासिस्ट ही करते हैं मीडिया पर हमला : आजतक के नयी दिल्ली दफ्तर में आरएसएस के कुछ कार्यकर्ता आये और तोड़फोड़ की. आरएसएस की राजनीतिक शाखा, बीजेपी क...
- Govt again on muzzle media move
- ये अंगुली कटा कर शहीद कहाने वाले
- महाशय चिरकुट जी
- बच्चू, अभी तू आदर्शवाद से ऊपर नहीं उठा
- हेडलाइंस टुडे और राहुल कंवल का उद्धार
- झंडेवालान पर भेड़िया आया....
- 'लॉबिंग' के लिए खूब है पत्रकारों की मांग
- सात काम सौंप गए प्रभाष जी
- प्रभाष जी, उनके चेले और हम
- विस्मयकारी है आलोक मेहता का कथन
- अरनब गोस्वामी और चिल्लाहट मास्टर
- मीडिया घरानों को ब्लैकमेल करने वाली जोड़ी
- सत्य वचन नहीं है राहुल देव का कथन
- एक था प्रेस क्लब ग्वालियर
- विचार को समर्पित रहा उनका जीवन
मधुरेश और ज्योतिष जोशी को प्रमोद वर्मा स्मृति आलोचना सम्मान
: प्रमोद वर्मा स्मृति आलोचना सम्मान 2010-11 हेतु प्रविष्टियाँ आमंत्रित : रायपुर : द्वितीय प्...
- भगवान महावीर विश्व सदभावना पुरस्कार प्रदीप को
- पत्रकार सुरेश गर्ग को 10वां राजराही अवार्ड
- अमेरिकी फैलोशिप के लिए चुने गए सागर
- अजीत अंजुम व श्यामलाल को भी गोयनका
- कमाल समेत चार को गोयनका एवार्ड
- दो लाख रुपये वाले नायडू पुरस्कार के लिए न्योता
- प्रथम चंद्रयान पुरस्कार कथाकार शेखर जोशी को
- निखिल को बेस्ट क्राइम जर्नलिस्ट कैटगरी का एवार्ड
जनता से दूर हो रहे बड़े अखबार और उनके पत्रकार
: बड़े अखबारों के पत्रकारों की हर पल पैसे पर होती है निगाह : पैसे के लिए खबरों को मैनेज और ...
अक्षय कुमार का आरके लक्ष्मण से मिलना....
: फिल्म अभिनेता पर आरोप- अपनी नई फिल्म के प्रमोशन के लिए बिस्तर पर पड़े कार्टूनिस्ट का इस्त...
- जरूरी फांट नि:शुल्क डाउनलोड करें
- प्रभाष जोशी की याद में वेबसाइट शुरू
- पत्रकार पवन ने शुरू की रीजनल न्यूज एजेंसी
- महंगाई डायन वाले मास्साब और पीपली लाइव
- योगेश जोशी भास्कर डाट काम में डीएनई बने
- कुंजीलालों की पत्रकारिता और पीपली लाइव
- वेब पर उपलब्ध हुआ 'राष्ट्रीय सहारा' अखबार
- पत्रकार शिवप्रसाद की वेबसाइट 'हिलवाणी'
कैंसर को हराने में जुटे हैं आलोक तोमर
प्रख्यात पत्रकार आलोक तोमर इन दिनों कैंसर से लड़ रहे हैं. भ्रष्ट व्यवस्था, भ्रष्ट नेताओं, ...
- अंतिम संस्कार गीता कालोनी श्मशान घाट पर
- इलाज के लिए पत्रकार विजय प्रताप को दिल्ली लाया गया
- आजतक के क्राइम रिपोर्टर कमल की मौत
- फर्जी मुकदमों से परेशान हो गए हैं पत्रकार
- हमले के विरोध में रिपोर्टिंग का बहिष्कार
- अनवर चौहान को हलाल करने की धमकी
- हत्या से भड़के पत्रकर सड़क पर आए
- 'लेफ्टिस्ट' पत्रकारों पर खुफिया नजर
ये निहायत ही रचना विरोधी समय है
: कथाकार शेखर जोशी चंद्रयान पुरस्कार से सम्मानित : कोलकाता में आयोजित एक समारोह में प्रख्यात...
- 'हंस' के कार्यक्रम में शामिल न होंगी अरुंधति!
- 87 पार नन्द बाबू का लेखन धारदार
- रिटायर हो गए वीरेनदा
- पत्रकारिता को अंतरानुशासनिक भी होना पड़ेगा
- 'राजेन्द्र बोहरा स्मृति काव्य पुरस्कार' के लिए आवेदन आमंत्रित
- पत्रकार रविन्द्र दाणी की पुस्तक विमोचित
- 'बनास' का 'काशी का अस्सी' पर केंद्रित अंक
- 'रचनाक्रम' नाम से साहित्यिक पत्रिका लांच
विदेश यात्रा पर निकले दो हिंदी पत्रकारों के अनुभव
भारत के दो हिंदी पत्रकार इन दिनों विदेश में हैं. हिंदुस्तान, लखनऊ के विशेष संवाददाता दयाशं...
- प्रभाष परंपरा न्यास पर अंबरीश के सवाल
- 4 लोगों के लिए 30 फोटोग्राफर!
- बाहर सब्जी दुकान अंदर प्रेस क्लब का सामान
- आईपीएन ग्रुप की दूसरी वर्षगांठ पर समारोह
- चंडीगढ़ में सीएम के प्रेस रूम में दो पत्रकार भिड़े
- 'आइसा' से राजनीतिक सफर शुरू किया था हेम ने
- ये है प्रेस काउंसिल की पेड न्यूज रिपोर्ट
- सच्चे-तीखे सवाल पर लाल-पीले-नीले हुड्डा
श्वान रूप संसार है भूकन दे झकमार
: साहित्य में शोषितों की आवाज मद्धिम पड़ी : अब कोई पक्ष लेने और कहने से परहेज करता है : अंधड़-तूफान के बाद भी जो लौ बची रहेगी वह पंक्ति में स्थान पा लेगी : समाज को ऐसा बनाया जा रहा है कि वह सभी विकल्पों, प्रतिरोध करने वाली शक्तिय...
मेरे को मास नहीं मानता, यह अच्छा है
इंटरव्यू : हृदयनाथ मंगेशकर (मशहूर संगीतकार) : मास एक-एक सीढ़ी नीचे लाने लगता है : जीवन में जो भी संघर्ष किया सिर्फ ज़िंदगी चलाने के लिए किया, संगीत के लिए नहीं : आदमी को पता चलता ही नहीं, सहज हो जाना : बड़ी कला सहज ही हो जाती है, सो...
- केवल कलम चलाने गाल बजाने से कुछ न होगा
- रामोजी राव संग काम करना स्पीरिचुवल प्लीजर
- टीआरपी पर विधवा विलाप ठीक नहीं : सुप्रिय
- काटे नहीं कट रही थी वो काली रात : सुप्रिय प्रसाद
- कोशिश करके भी वामपंथी न बन सका : सुभाष राय
- वे केमिस्ट्री पूछते, मैं कविता सुनाता : सुभाष राय
- घटिया कंटेंट पापुलर हो, जरूरी नहीं : प्रकाश झा
- मलिन बस्ती का मीडिया मुगल
- कई अंग्रेजी रिपोर्टर 'हाइवे जर्नलिस्ट' होते हैं
- लगता था, क्रांति अगले बस स्टाप पर खड़ी है
- ग्लास गिरा तो लगा- गुरु, अब तो नौकरी गई
- अब खबर के प्रति नजरिया बदल गया है : राजीव मित्तल
- मीडिया में गलत लोग आ गए, कचरा फेकें : जयंती रंगनाथन
- पोलिटिकली करेक्ट होने की परवाह नहीं करती : अलका सक्सेना
- गोयनका लोगों के बारे में गालियों से बात करते थे : प्रभाष जोशी
जीने या होने का मकसद
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कैंसर को हराने में जुटे हैं आलोक तोमर
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ये निहायत ही रचना विरोधी समय है
: कथाकार शेखर जोशी चंद्रयान पुरस्कार से सम्मानित : कोलकाता में आयोजित एक समारोह में प्रख्यात आलोचक व जनवादी लेखक संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवकुमार मिश्र ने कहा कि वर्तमान समय में साहित्य, कला व संस्कृति गहरे संकट के दौर से गुजर रहा है। | |
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Palash Biswas
Pl Read:
http://nandigramunited-banga.blogspot.com/



लगभग एक माह से ऊपर हुए. इस विषय पर कुछेक खबरें पढ़ी थीं. तब से यह विषय या प्रसंग, मन-मस्तिष्क और विचार से उतरा नहीं. प्रसंग है, पड़ोसी देश का. पर इन खबरों के आईने में अपनी धरती, अपना मुल्क, अतीत और वर्तमान उभरे. राष्ट्रकवि मैथिलीशरण जी का कहा याद आया- 'हम कौन थे? क्या हो गये हैं? और क्या होंगे अभी? क्या ये, नहीं याद करना चाहता. अतीत पर किसका बस है? क्या होंगे?, उभरता भविष्य और वर्तमान झिलमिलाते हैं. क्या थी खबर? चीन के श्यानामान चौराहे पर 1989 में छात्र आंदोलन हुआ था. 3-4 जून को. चीन ने टैंकों से छात्र आंदोलन कुचल दिया. तब से हर वर्ष छात्र उस दिन को याद करते हैं. चीन में इस घटना की 21वीं वर्षगांठ थी.
: Task Force presents its Black draft : "A judge cannot sit in his own judgment" thus goes the argument preferred by the Union Information and Broadcasting Ministry officials who have prepared a draft for regulating media under the soothing phrases like "co-regulation" "independent body" and Broadcast Authority.
: भाग 27 : 'दैनिक जागरण' और 'अमर उजाला' ने मेरठ की पत्रकारिता का परिदृश्य ही बदल दिया था। पहली बार मेरठ के पाठकों को अपने शहर और उसके आसपास की खबरें इतने विस्तार से पढऩे को मिलीं। अपने बीच की हस्तियों का पता चला, जिनके बारे में दिल्ली के अखबारों में कुछ नहीं छपता था। मेरठियों को इन अखबारों की आदत पड़ गयी। इससे इन अखबारों का सर्कुलेशन तेजी से बढ़ा।
: निंदनीय है पत्रकारिता पर हमला, किन्तु...! : खबरिया चैनल 'आज तक' कार्यालय पर संघ कार्यकर्ताओं के हमले को जब पत्रकारिता पर हमला निरूपित किया जा रहा है तो बिल्कुल ठीक। पत्रकारों की आवाज को दबाने, गला घोंटने की हर कार्रवाई की सिर्फ भत्र्सना भर न हो, षडय़ंत्रकारियों के खिलाफ दंडात्मक कदम भी उठाए जाएं। दंड कठोरतम हो।
: बेनामी की टिप्पणी-2 : भेड़िया आया.... शाम को एक एसएमएस आया कि झंडेवालान पर क्या करा दिया.... करा दिया ऐसे जैसे झंडेवालान हमारे दद्दा वसीयत में छोड़ गए थे और वहां कुछ भी हो ज़िम्मेदारी हमारी होगी.... खैर रास्ते में थे... तो घर पहुंच कर टीवी खोला... इतने तो समझदार हैं ही कि जानते हैं कि झंडेवालान में सबसे तेज़ चैनल का दफ्तर है....
प्रख्यात पत्रकार आलोक तोमर इन दिनों कैंसर से लड़ रहे हैं. भ्रष्ट व्यवस्था, भ्रष्ट नेताओं, भ्रष्ट मीडिया दिग्गजों की पोल खोलने वाला यह शख्स, अपनी लेखनी से मानवीय त्रासदियों का खुलासा कर सत्ता-संस्थानों को हिलाने वाला यह आदमी, आजकल अपने मुश्किल दिनों में गुजर रहा है. मानसिक और शारीरिक कष्टों को झेल रहा है. पर हौसला देखिए. कैंसर को मात देने में जुटे आलोक तोमर आज अपने सीएनईबी आफिस पहुंच गए, जहां वे काम करते हैं. यह तब जबकि उनकी कीमियो थिरेपी शुरू हो गई है. कई घंटे उन्हें बत्रा अस्पताल में रहना पड़ता है. कीमियो के दौर से गुजरने के बाद आलोक का आफिस जाने के लिए तैयार होना और आफिस पहुंच जाना बताता है कि अगर अंदर जिजीविषा हो तो बड़े से बड़े दुख भगाए जा सकते हैं. कष्टों को मात दिया जा सकता है.

भुवनेश्वर : ओडिशा में मीडियाकर्मियों के साथ हमलों की बढ़ रही संख्या के बावजूद राज्य सरकार द्वारा कोई कदम न उठाने के खिलाफ राज्य के मीडियाकर्मियों ने शुक्रवार को एक घंटा के लिए विधानसभा कार्यवाही की रिपोर्टिंग का बहिष्कार किया।


: नागपुर में गडकरी बोले- हाथ से निकल गई है कश्मीर की समस्या : आज कश्मीर की स्थिति हाथ से निकल चुकी है। चीन ने भी भारत में अतिक्रमण शुरू कर दिया है। इसमें मासूम जनता बेवजह पिस रही है। कुछ दिनों बाद आसाम व तिब्बत के हालात भी ऐसे ही हो जाएंगे। यह कहना है कि भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष नितिन गडकरी का। वे पत्रकार रविंद्र दाणी की पुस्तक 'मिशन कश्मीर' के विमोचन कार्यक्रम में बोल रहे थे।
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