आफत में पहाड़! उत्तराखंड में भूकंप के हल्के झटके
नई दिल्ली/इंटरनेट डेस्क | अंतिम अपडेट 27 जून 2013 5:19 PM IST पर
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हाल में बाढ़ और बादल फटने की मार झेलने वाले उत्तराखंड से कुदरत बेहद नाराज लगती है। इतने बड़े पैमाने पर मची तबाही के बाद गुरुवार दिन में राज्य में भूकंप के झटके महसूस किए गए।
रिक्टर पैमाने पर भूकंप के झटकों की तीव्रता 3.5 मापी गई है। भूकंप के झटके पिथौरागढ़ में महसूस किए गए।
इस बीच वहां पहले से खराब मौसम जवानों के धैर्य की परीक्षा ले रहा है। इस बात का डर है कि मरने वालों की तादाद काफी बढ़ सकती है।
अब भी उत्तराखंड में 5,000 से ज्यादा लोग फंसे हैं और आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक कम से कम 400 लोग लापता हैं। आपदा के बाद से यहां के ढुंगमंदार पट्टी के 27 गांव अलग थलग पड़ गए हैं। गांवों में खाने-पीने और रसोई गैस नहीं पहुंच पा रही है।
ग्रामीण सेंदुल पुल ठीक होने के इंतजार में हैं। ग्रामीणों का कहना है कि 12 दिन बाद भी लोनिवि ने क्षतिग्रस्त पुल की मरम्मत की दिशा में काम शुरू नहीं किया है।
रिक्टर पैमाने पर भूकंप के झटकों की तीव्रता 3.5 मापी गई है। भूकंप के झटके पिथौरागढ़ में महसूस किए गए।
इस बीच वहां पहले से खराब मौसम जवानों के धैर्य की परीक्षा ले रहा है। इस बात का डर है कि मरने वालों की तादाद काफी बढ़ सकती है।
अब भी उत्तराखंड में 5,000 से ज्यादा लोग फंसे हैं और आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक कम से कम 400 लोग लापता हैं। आपदा के बाद से यहां के ढुंगमंदार पट्टी के 27 गांव अलग थलग पड़ गए हैं। गांवों में खाने-पीने और रसोई गैस नहीं पहुंच पा रही है।
ग्रामीण सेंदुल पुल ठीक होने के इंतजार में हैं। ग्रामीणों का कहना है कि 12 दिन बाद भी लोनिवि ने क्षतिग्रस्त पुल की मरम्मत की दिशा में काम शुरू नहीं किया है।
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