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Monday, January 26, 2015

नैनीताल में ट्रैफिक से बचने के लिये दो ही जगहों बची रही हैं, समतल में चलने के लिये ठण्डी सड़क और फेफड़ों की कसरत के लिये टिफिन टाप। क्या ये भी हमारे हाथ से निकल जायेंगे?


Rajiv Lochan Sah added a new photo.
3 hrs · 
ठण्ड से लड़ने की कोशिश में आज शाम बिस्तर में घुसे रहने का विकल्प छोड़ कर टिफिन टाप-लैंड्स एंड की ओर निकल गया। रास्ते में सिर्फ एक ही व्यक्ति से मुलाकात हुई, यशपाल रावत से। उन्होंने जो कुछ बताया, उससे पैरों के नीचे की जमीन खिसक गई। उनके अनुसार टिफिन टाप तक जीपेबल सड़क बननी शुरू हो गई है। वहाँ के हालात भी कुछ ऐसा ही बता रहे थे। यदि ऐसा हुआ तो यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण होगा। नैनीताल में ट्रैफिक से बचने के लिये दो ही जगहों बची रही हैं, समतल में चलने के लिये ठण्डी सड़क और फेफड़ों की कसरत के लिये टिफिन टाप। क्या ये भी हमारे हाथ से निकल जायेंगे? 
यह सब तय कौन करता होगा? ठेकेदारों की आमदनी हो जायेगी और नौकरशाहों का कमीशन बन जाएगा। शायद आसपास की कुछ जमीनों के दाम बढ़ जायें। मगर नैनीताल को क्या मिलेगा ? पर समझाऊँ किसे? इस नगर के लोग तो पहले ही पस्त पड़े हैं। कोई भी जागर उन्हें 'छाव्' नहीं कर सकता।
ठण्ड से लड़ने की कोशिश में आज शाम बिस्तर में घुसे रहने का विकल्प छोड़ कर टिफिन टाप-लैंड्स एंड की ओर निकल गया। रास्ते में सिर्फ एक ही व्यक्ति से मुलाकात हुई, यशपाल रावत से। उन्होंने जो कुछ बताया, उससे पैरों के नीचे की जमीन खिसक गई। उनके अनुसार टिफिन टाप तक जीपेबल सड़क बननी शुरू हो गई है। वहाँ के हालात भी कुछ ऐसा ही बता रहे थे। यदि ऐसा हुआ तो यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण होगा। नैनीताल में ट्रैफिक से बचने के लिये दो ही जगहों बची रही हैं, समतल में चलने के लिये ठण्डी सड़क और फेफड़ों की कसरत के लिये टिफिन टाप। क्या ये  भी हमारे हाथ से निकल जायेंगे?   यह सब तय कौन करता होगा? ठेकेदारों की आमदनी हो जायेगी और  नौकरशाहों का कमीशन बन जाएगा। शायद आसपास की कुछ जमीनों के दाम बढ़ जायें। मगर नैनीताल को क्या मिलेगा ? पर  समझाऊँ किसे? इस नगर के लोग तो पहले ही पस्त पड़े हैं। कोई भी जागर उन्हें 'छाव्' नहीं कर सकता।

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